गुरुवार, 5 फ़रवरी 2009

फालना को कोई नही भूल पाता

जिसका विश्व मे भी नाम,
वो है फालना कस्बा हमारा घाम
फालना का छाता
हर किसी के मन को भाता,
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

रेड़ियो, डिश, टि.वी. हर कोई चाहता,
फालना का नाम
हर दिल पर जा रहा है छाता,
इन्हे पाकर हर व्यक्ति खुशी के गीत गाता,
इसीलिए फालना को कोई नही भूल पाता

फालना की चीज,
हर दिल अजीज
खालसा थियेटर की छटा निराली है
हर दिल पर हरियाली है।

खालसा, जी.एन. अपनी बस,
पा रहे है वाहवाही और जस
कभी-कभार यहां लगते है सर्कस
इन्हे देखकर हर व्यक्ति मंद-मंद मुस्काता
इसीलिए फालना कोई नही भूल पाता।

यहां के आशियानो की अलग पहचान
कही है झोंपड़ी तो कही बििल्डंग आलीशान
यहां के रेलवे स्टेशन पर
हर दम आते जाते रहते है मेहमान
यहां की सुविधा देखकर
हर यात्री फलीभूत हो जाता
इसीलिए फालना को कोई नही भूल पाता

एक तरफ एस.पी.यू. महाविघालय है तो,
एक तरफ आघ्याित्मक प्रजापिता ब.कु. ईश्वरीय विश्व वि. है।
प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयो की संख्या है अनेक
इनमे अध्यययन करते बालक-बालिका नेक
कोई बालक दूर गांव से अध्ययन के लिए आता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता

एक तरफ जादरी है, एक तरफ श्रीसेला
एक तरफ फालना गांव है तो
खुड़ाला फालना मे ही कहलाता
हर जगह से श्रमिक यहां काम करने आता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता

एक तरफ ग्रामीण बैंक है,
एक तरफ एस.बी.आई. है।
एक तरफ एस.बी.बी.जे. स्थित है तो एक तरफ
पाली-अरबन कॉपरेटिव आया हुआ है।
पी.डब्ल्यू.डी. विभाग समय-समय पर सड़क मरम्मत करवाता
पोस्ट ऑफिस से तो है हर व्यक्ति का नाता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

खुडाला मे गर पटवार घर, नगर पालिका है तो,
फालना मे पुलिसथाना है।
जहां से बचकर मुजरिम को कहां-जाना है।
जुल्म कोई नही, कर पाता।
चाट-पकौड़ी हर कोई खाता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

एक तरफ टैक्सी स्टैण्ड है तो
एक तरफ टैम्पो वालो का है झमेला
रोड़वेज बस स्टैण्ड पर अपने आपको कोई नही पाता अकेला
वहा लगा रहता है हर समय यात्रियो का मेला
टूरिस्ट खरीदता यहां से फ्रूट और केला
हर कोई अपनापन पाता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

विजय, श्रीपाल नगर,
नेहरू-सागर-इिन्दरा कॉलोनी, महादेव गली प्रमुख अंग है।
सुभाष नगर, बेडल-रोड, खुडाला को भी देखकर लोग रहते दंग है।
इण्डस्ट्र्ीज से हर दिल मे खुशियाली है तो
झोंपडपट्टी की अदा वाकई अदाकारी है
टासमान की छत व फशZ संगमरमर की शोभायमान है।
जिसके लिए मार्बल वालों का करते रहते हर समय गुणगान है।
इनमे साम्प्रदायिक भावना कोई नही पाता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

महादेव गली मे पोल्ट््री फार्म है तो
साण्डेराव रोड़ पर टेलीफोन एक्सचेंज-दुग्ध डेयरी है।
वाटर वक्र्स मे भी जनता की सुनवाई जारी है।
नही शहर की तरह यहां मारा-मारी है।
यहां रहने वाला
गांवो सी हरियाली व शुद्ध हवा पाता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

एक तरफ फ्रूट मार्केट है तो
एक तरफ सिब्जयो का लगा रहता हर समय भण्डार है।
ककडी, टमाटर, की हर समय रहती दरकार है।
सस्ता व मजबूत ख्ौसला
खरीदने हर कोई जाता
साथ मे शर्ट व पेंट पीस भी ले आता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

टूरिस्ट फालना से देश के
हर कोने के लिए सुविधा पाता
विदेश के लिए भी ट््रेन या बस वाला बड़े नगरो मे पहुंचाता
जहां से वह हवाई जहाज मे बैठकर हवा मे विलीन हो जाता
आम आदमी यहॉं दिन मे 30 व रात मे 20 हजार जनसंख्या पाता
स्टेशन होने का संकेत दिखलाता
विश्व भर से यात्री यहॉं घूमने को आता
इसलिए फालना को कोई नही भूल पाता।

जिसका विश्व मे भी नाम
वो है फलाना कस्बा हमारा घाम।

1 टिप्पणी:

Aapk Salah Ke liye Dhnyavad